मोती साबुन ( Moti Soap) एक बार फिर से अमेजन (Amazon) की दिवाली सेल (Diwali Sale) में बिकने के लिए उपलब्ध है। मोती साबुन (Moti Soap) जो कि 70 के दशक से लगातार दिवाली के दिन सबसे ज्यादा बिकता है। चलो उठो, दीवाली आ गई है, मोती स्नान का समय हो गया है, हम हमेशा दीवाली से पहले विज्ञापन देखते हैं।
Moti Soap Diwali TVC-मोती साबुन का दिवाली विज्ञापन
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आखिर पूरे वर्ष भर दिखाई नहीं देने वाला मोती साबुन अचानक से दिवाली के दिनों में कैसे जबरदस्त बिक्री कर लेता है? मोती साबुन का दिवाली से क्या संबंध है? इसकी चर्चा आज यंहा करेंगे। इसके लिए सबसे पहले आपको मोती साबुन का टीवी विज्ञापन देखना होगा जिसने लोगों के मन में ये अवधारणा बिठाई की दिवाली के दिन मोती साबुन से नहाना जरूरी है।

“मोती को साबुन के रूप में नहीं, बल्कि महाराष्ट्र में एक उत्सव अनुष्ठान (अभ्यंग स्नान) के हिस्से के रूप में देखा जाता है। यह राज्य में दिवाली के समय सबसे अधिक बिकने वाले साबुनों में से एक है। मोती का उपयोग और अभ्यंग स्नान का अनुष्ठान एक मराठी परंपरा है, जो पीढ़ियों से चली आ रही है, और हम अपनी छोटी सी भूमिका निभाते हैं और इस परंपरा को जीवित रखते हैं।
Moti Soap Diwali Ad-‘उठा उठा दिवाळी आली, मोती स्नानाची वेळ झाली

Moti Soap Wikipedia- मोती साबुन की पूरी जानकारी
Moti Soap Company: मोती मूल रूप से टाटा ऑयल मिल्स कंपनी (TOMCO) का एक ब्रांड था। 1993 में, टॉमको का HUL में विलय हो गया। मोती सत्तर के दशक के दौरान साबुन का भारत का प्रीमियम ब्रांड था। अब इस ब्रांड का कोई पता नहीं है।
मोती एक विशेष साबुन था जिसमें कुछ भिन्नता थी। पहला विभेदन बिंदु आकार था। केक के रूप में आने वाले अन्य साबुनों के विपरीत, मोती गोल मोती के आकार का था। एक और विशिष्टता साबुन के आकार की थी। मोती एक बड़ा साबुन था। मोती सोप गुलाब और चंदन जैसी लोकप्रिय सुगंधों में आती थी।
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मोती साबुन की मार्केटिंग टीम ने बनाया इसे त्योहारों का हिस्सा
मोती को एक प्रीमियम साबुन के रूप में प्रचारित किया गया था। साबुन महंगा था और अस्सी के दशक के दौरान, साबुन की कीमत लगभग 25 रुपये थी। आज के समय में मोती साबुन की कीमत (Moti Soap Price) 150 ग्राम वजन की 58 रुपये की है।

मूल रूप से टाटा ऑयल मिल्स कंपनी का उत्पाद, यह 1993 में हिंदुस्तान यूनिलीवर की झोली में गिर गया। तब तक मोती ने खुद को एक लक्जरी साबुन के रूप में स्थापित कर लिया था।
@BACARDI Such an irresistible offer u guys gave to the customers!
I have already purchased 5 bottles..
Purely for @BACARDI and #MotiSoap!!! pic.twitter.com/xLvMmzQFWZ— SATISH S (@secretsatish) October 23, 2019
मधुकर सबनवीस , उपाध्यक्ष और निदेशक-ग्राहक संबंध, ओगिल्वी और माथेर , ने मोती अभियानों पर काम किया। वह बताता है, “जैसा कि मुझे याद है, मोती एक ऐसा ब्रांड था जिसका विज्ञापन ज्यादातर त्योहारों के दो महीनों में किया जाता था।” 90 के दशक के मध्य में, एचयूएल ने इसे ‘अभ्यंग स्नान’ के आसपास रखा था, जो कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों जैसे देश के कुछ स्थानों के लिए एक बहुत ही विशिष्ट अनुष्ठान है।
दिवाली महापर्व के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) पर्व जिसे रुप चौदस भी कहा जाता है सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन ‘अभ्यंग स्नान’ (Abhyanga Snan) करने की परंपरा है।
Moti Soap Benefits-मोती साबुन से नहाने के फायदे क्या है ?
मोती साबुन से नहाने के बाद –
- आपको त्वचा को गोरा करने के लिए मदद मिलती है |
- मोती साबुन का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा पर झुर्रियां नहीं होती है |
- मोती साबुन ऑयली त्वचा के लिए भी यह साबुन बहुत ही गुणकारी है |
- ठंड के दिनों में मोती साबुन का इस्तेमाल करने से आपकी त्वचा ड्राई नहीं पड़ेगी |
- पिंपल्स वाले चेहरे पर मोती साबुन से इस्तेमाल करके नहाने से आपके पिंपल घटाने में मदद मिलेगी |
- मोती साबुन से नहाने के बाद आपके शरीर से बदबू या दुर्गंध आना बंद हो जाएगा और आपके शरीर से महक आने लगेगी |
Moti Soap Official Website is HUL but it is only available on amazon for online sale.
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Specialty of Moti Bath Soap
Bath Soap Made From Vegetable Oils
