Jaipur (Rajasthan). राजस्थान में “कुँवारापन (Virgitnity)” पाने के लिए हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) का चलन बढ़ रहा है।
राजस्थान में शिक्षा की कमी के चलते आज भी कौमार्य परीक्षण (Virginity Test) जैसी प्रथाएं जारी है जिसमें विवाह की पहली रात को सफेद चद्दर पर दूल्हा-दुल्हन को सेक्स करवाकर ये देखा जाता है कि लड़की कुंवारी (Virgin) थी या शादी से पहले उसका कोई बॉयफ्रेंड (BF) रहा है।
सफेद चद्दर पर लाल रक्त के धब्बे प्रमाण देते है कि लड़की वर्जिन (Virgin) है यानि उसने इससे पूर्व कभी सेक्स नहीं किया है (never having had sex)। राजस्थान की सांसी जनजाति की कुकड़ी प्रथा (Kukadi Pratha) इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

पिछड़ी जातियों की बात क्या करें ब्रिटेन के शाही परिवार से लेकर भारत के राज घरानों में भी हमेशा से ऐसी लड़की से ही विवाह करने की शर्त है जिसने शादी से पहले कभी सेक्स ना किया हो। इसके लिए लड़कियां कई तरीकों से अपना कौमार्य सुरक्षित रखने का प्रयास करती थी।
हालांकि दुबई में अविवाहित लड़कियों के लिए हाइमन बहाली या पुनर्निर्माण प्रतिबंधित है। विवाहित महिलाओं के लिए सर्जरी पर प्रतिबंध नहीं है। प्रतिबंध के बावजूद विभिन्न राष्ट्रीयताओं की अविवाहित अरब लड़कियों में सबसे लोकप्रिय है जो विवाह पूर्व संबंधों में शामिल हो जाती हैं।
इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार इस प्रकार का आचरण सिर्फ पुरुषों को मूर्ख बनाने के लिए है। इस तरह की गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए ताकि महिलाएं प्रकृति के नियम का पालन कर सकें। इससे युवाओं के बीच विवाह पूर्व संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। और इन सबसे ऊपर शल्य चिकित्सा के बाद की समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है।

राजस्थान में “कुँवारापन (Virgitnity)” पाने के लिए बढ़ रहा हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) का चलन

Daink Bhaskar की रिपोर्ट के अनुसार वर्जिनिटी टेस्ट (Virginity Test) पास करने के लिए राजस्थान की बेटियां हाइमन की खतरनाक सर्जरी तक करा रही हैं, ताकि वो साबित कर सकें कि वो ‘कुंवारी’ हैं। जयपुर में डॉक्टर्स के पास हर महीने 15 से 20 केस आ रहे हैं।
हैरत कि बात है कि पैसे वाले घरों या अप्रवासी भारतीय लड़कों से शादी के लिए राजस्थान में हाइमेनोप्लास्टी कारवाई जा रही है।
क्लीनिक, निजी अस्पतालों और फार्मेसियों की बढ़ती संख्या कौमार्य की बहाली का वादा करने वाली विवादास्पद हाइमेनोप्लास्टी सर्जरी की पेशकश करती है – जिसमें बड़ी संख्या में लड़कियों और युवतियों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाता है।
कौमार्य परीक्षण (Virginity Test) क्या होता है ?
किसी लड़की की परीक्षा करना कि उसने पहले कभी सेक्स किया है या नहीं कौमार्य परीक्षण (Virginity Test) कहलाता है। इसका सबसे सामान्य तरीका ये माना जाता है कि प्रथम संभोग के समय लड़की की योनि से रक्तस्राव हुवा या नहीं। अगर रक्त नहीं निकलता है तो ये मान लिया जाता है कि लड़की ने किसी के साथ संभोग क्रिया की है।
हाइमन (Hymen) क्या होता है?
हाइमन (Hymen) एक पतली झिल्ली होती है जो योनि के प्रवेश द्वार को आंशिक रूप से ढकती है। यौवन के दौरान, एस्ट्रोजन हाइमन को दिखने में बदल देता है और बहुत लोचदार हो जाता है। यौवन के बाद के हाइमन के सामान्य बदलाव पतले और खिंचाव से लेकर मोटे और कुछ हद तक कठोर होते हैं।
किसी महिला के पहली बार यौन संबंध बनाने से पहले हाइमन काफी आसानी से खिंच सकता है या फट सकता है, जैसे घुड़सवारी और अन्य खेलों, टैम्पोन और हस्तमैथुन का उपयोग करके। विश्व स्वास्थ्य संगठन स्पष्ट है कि एक हाइमन की उपस्थिति संभोग का एक विश्वसनीय संकेत नहीं है ।
हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) के नुकसान क्या है?
किसी भी शल्य प्रक्रिया से जुड़े जोखिमों के अलावा, हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) शारीरिक क्षति का कारण बन सकती है, जिसमें शामिल हैं:
- यौन कठिनाइयाँ
- अंतर्गर्भाशयी संकुचन
- प्रक्रिया के दौरान तीव्र रक्तस्राव
- दर्द की अनुभूति में वृद्धि
ईरानी और कुर्द महिला अधिकार संगठन की कार्यकारी निदेशक, डायना नम्मी ने कहा कि हर महिला और लड़की जो इस आक्रामक सर्जरी से गुजरती हैं, वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अत्यधिक दबाव में ऐसा करती हैं। इसे आम तौर पर लड़की को ‘कुंवारी’ के रूप में पेश करने के तरीके के रूप में देखा जाता है, और कई बार ऐसा परिवार द्वारा जबरन शादी कराने के लिए किया जाता है।
लगभग आधा समय, हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) से महिला या लड़की को संभोग करने के बाद खून नहीं आता है, जो उसे ‘ऑनर’ आधारित दुर्व्यवहार या यहां तक कि ‘ऑनर’ किलिंग के लिए बेहद कमजोर बना देता है।
बहुत लंबे समय से महिलाओं और लड़कियों को इन अपमानजनक और घुसपैठ प्रक्रियाओं से गुजरने के लिए मजबूर और शर्मिंदा किया गया है, जिससे पीड़ित में अत्यधिक मनोवैज्ञानिक आघात हो सकता है, और चिंता, अवसाद और अभिघातजन्य तनाव विकार सहित स्थितियों को भड़का सकता है, और यहां तक कि उन्हें आत्महत्या से भी जोड़ा गया है।”
कौमार्य परीक्षण (Virginity Test) और हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) के बारे में कानूनी राय
ब्रिटिश सरकार द्वारा वर्जिनिटी रिपेयर सर्जरी (Virginity Repair Surgery), जिसे हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) के रूप में जाना जाता है, को अपराधी बनाने के लिए एक कानून पेश किया गया है। बिल में संशोधन के तहत, कोई भी प्रक्रिया जो हाइमन (Hymen) के पुनर्निर्माण का प्रयास करती है, वह अवैध होगी, भले ही सर्जरी से गुजरने वाले व्यक्ति की सहमति हो या न हो।
हाइमेनोप्लास्टी को कभी भी चिकित्सा आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता
विद्वान लोग कहते है कि कोई कारण नहीं है कि कौमार्य परीक्षण किया जाना चाहिए। यह एक चिकित्सा प्रक्रिया नहीं है, और महिला कौमार्य और हाइमन के बारे में दमनकारी और गलत विचारों पर आधारित है। यह दुर्व्यवहार का एक रूप है जिसका महिलाओं और लड़कियों पर हानिकारक शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है।
रॉयल कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अध्यक्ष डॉ एडवर्ड मॉरिस कहते हैं, हाइमेनोप्लास्टी ((Hymenoplasty) को कभी भी चिकित्सा आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वे महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकार संगठनों के साथ-साथ कौमार्य परीक्षण (Virginty Test) और हाइमेनोप्लास्टी (Hymenoplasty) दोनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अभियान चला रहे हैं, क्योंकि दोनों महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा से जुड़े हुए हैं।
इन प्रथाओं में से किसी का भी चिकित्सा जगत में कोई स्थान नहीं है और इसे कभी भी नहीं किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें पता चलता है कि कोई इन प्रक्रियाओं को कर रहा है, तो वे सामान्य चिकित्सा परिषद को सूचित करेंगे ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।