जयपुर, 21 फरवरी 2024: चांदी के भाव में पिछले सप्ताह में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। चांदी के भाव ने पिछले सप्ताह में अपने उच्चतम स्तर ₹78,000 प्रति किलोग्राम को छूने का प्रयास किया था, जबकि न्यूनतम स्तर ₹76,500 प्रति किलोग्राम था।
आज, 21 फरवरी 2024 को जयपुर में चांदी का भाव निम्न प्रकार है:
- 1 ग्राम: ₹76.50
- 10 ग्राम: ₹765
- 1 किलोग्राम: ₹76,500
जयपुर में पिछले 7 दिनों के चांदी के भाव
चांदी के भाव में पिछले सप्ताह में निम्नलिखित उतार-चढ़ाव देखने को मिला:
दिनांक | 10 ग्राम | 100 ग्राम | 1 किलोग्राम |
---|---|---|---|
15 फरवरी 2024 | ₹745 | ₹7,450 | ₹74,500 |
16 फरवरी 2024 | ₹756 | ₹7,560 | ₹75,600 |
17 फरवरी 2024 | ₹765 | ₹7,650 | ₹76,500 |
18 फरवरी 2024 | ₹765 | ₹7,650 | ₹76,500 |
19 फरवरी 2024 | ₹765 | ₹7,650 | ₹76,500 |
20 फरवरी 2024 | ₹765 | ₹7,650 | ₹76,500 |
21 फरवरी 2024 | ₹765 | ₹7,650 | ₹76,500 |
इस तालिका से स्पष्ट होता है कि चांदी के भाव में पिछले सप्ताह में एक स्थिर वृद्धि देखने को मिली है। चांदी के भाव में इस प्रकार का उतार-चढ़ाव बाजार के विभिन्न कारकों, जैसे कि आपूर्ति और मांग, विश्व बाजार की स्थिति, और अन्य आर्थिक घटनाओं के परिणामस्वरूप होता है।
चांदी के भाव में इस प्रकार की वृद्धि आमतौर पर उन लोगों के लिए सकारात्मक होती है जो पहले से ही चांदी का निवेश कर चुके हैं, क्योंकि इससे उनके निवेश का मूल्य बढ़ जाता है। हालांकि, नए निवेशकों के लिए, यह चांदी की कीमतों में एक उच्च स्तर का संकेत दे सकता है, और वे शायद अपने निवेश को धीमा करना चाहेंगे जब तक की भाव नहीं गिरते।
आगे के लिए, चांदी के भाव पर कई कारक असर डाल सकते हैं, जिसमें विश्व आर्थिक स्थिति, वित्तीय बाजार की स्थिति, और भारत सहित विश्व भर के बाजारों की स्थिति शामिल हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे चांदी के भावों को निरंतर नजरबंद रखें, ताकि वे सही समय पर सही निवेश कर सकें।
चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों होता है?
चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव के कई कारण हो सकते हैं:
- आपूर्ति और मांग: जब चांदी की मांग बढ़ती है और आपूर्ति समान रहती है, तो भाव बढ़ सकते हैं। उल्टा, जब मांग घटती है और आपूर्ति समान रहती है, तो भाव घट सकते हैं।
- विश्व आर्थिक स्थिति: विश्व आर्थिक स्थिति के परिवर्तन चांदी के भावों पर प्रभाव डाल सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि विश्व आर्थिक स्थिति अस्थिर होती है, तो निवेशक अक्सर सुरक्षित हवन जैसी चीजों में निवेश करने का विचार करते हैं, जिसमें चांदी शामिल हो सकती है, जिससे चांदी के भाव बढ़ सकते हैं।
- मुद्रा स्थिति: चांदी के भाव आमतौर पर डॉलर के मूल्य से उल्टे संबंध में होते हैं। यदि डॉलर की मूल्यवृद्धि होती है, तो चांदी के भाव आमतौर पर घटते हैं, और उल्टा, यदि डॉलर की मूल्यवृद्धि होती है, तो चांदी के भाव बढ़ सकते हैं।
- वित्तीय बाजार की स्थिति: वित्तीय बाजार की स्थिति, जैसे कि शेयर बाजार और बांधकी बाजार, चांदी के भावों पर प्रभाव डाल सकती है। उदाहरण के लिए, यदि शेयर बाजार में गिरावट होती है, तो निवेशक अक्सर सुरक्षित हवन में निवेश करने का विचार करते हैं, जिसमें चांदी शामिल हो सकती है, जिससे चांदी के भाव बढ़ सकते हैं।
ये सभी कारक मिलकर चांदी के भावों में उतार-चढ़ाव का कारण बनते हैं।