जयपुर न्यूज टुडे, 12 नवंबर 2023। हमारे सभी पाठकों को दीपोत्सव 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं, आइए पंडित रमन भारद्वाज से जानते है आज राजस्थान में दीपावली लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त क्या रहेगा?
दीपावली लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
राजस्थान में दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय शाम 6:02 से 6:15 बजे तक रहेगा।
प्रदोष काल सांय 5:38 से रात 8:15 बजे तक रहेगा।
वृष लग्न – सांय 5:48 से रात 7-44 बजे तक रहेगा।
सिंह लग्न मध्य रात्रि बाद 12:18 से 2: 56 बजे तक रहेगा।
चौघड़िया मुहूर्त – शुभ, अमृत व चर का चौघड़िया- सांय 5:38 से रात 10: 33 बजे तक रहेगा।
लक्ष्मी पूजा: प्रदोष काल का महत्व और उपयुक्त समय
भारतीय संस्कृति में लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व है, विशेषकर दिवाली के त्योहार पर। यह त्योहार समृद्धि, सफलता और धन की देवी, माँ लक्ष्मी की आराधना से जुड़ा हुआ है। लक्ष्मी पूजा के लिए उपयुक्त समय का चुनाव एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिसके लिए प्रदोष काल को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्रदोष काल, जो कि सूर्यास्त के बाद शुरू होता है और लगभग 2 घंटे 24 मिनट तक चलता है, लक्ष्मी पूजा के लिए एक आदर्श समय माना जाता है। इस समय को चुनकर पूजा करने से मान्यता है कि देवी लक्ष्मी घर में स्थायी रूप से निवास करेंगी, जिससे घर में समृद्धि और धन की बरकत होती है।
इसके अलावा, कुछ स्रोत महानिशिता काल को भी लक्ष्मी पूजा के लिए उपयुक्त मानते हैं, जिसे आमतौर पर तांत्रिक समुदायों और पंडितों द्वारा अनुशंसित किया जाता है। हालांकि, आम लोगों के लिए प्रदोष काल ही अधिक सुलभ और प्रचलित होता है।
चौघड़िया मुहूर्त, जो यात्रा के लिए उपयुक्त माने जाते हैं, लक्ष्मी पूजा के लिए आदर्श नहीं होते हैं। दिवाली के दौरान वृषभ लग्न, जो कि स्थिर माना जाता है, अधिकतर प्रदोष काल के साथ अधिव्याप्त होता है और इसे लक्ष्मी पूजा के लिए आदर्श समय माना जाता है।
इस प्रकार, लक्ष्मी पूजा के लिए प्रदोष काल ही सबसे उपयुक्त समय होता है, जिसे चुनकर दिवाली जैसे त्योहारों पर देवी की आराधना की जा सकती है। इस समय को चुनकर पूजा करने से देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद और समृद्धि की प्राप्ति होती है, जो हर घर की शुभता और समृद्धि के लिए आवश्यक है।