जयपुर: राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (RSRTC) की अध्यक्ष श्रीमती श्रेया गुहा ने शनिवार को आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से निगम की वित्तीय स्थिति में सुधार लाने और बसों के कुशल संचालन पर बल दिया। इस बैठक में, उन्होंने अधिकारियों को राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति, नई बसों की खरीद, और कर्मियों के संतुलित भर्ती के लिए पाँच वर्षीय एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।
श्रीमती गुहा ने कहा कि निगम को राज्य सरकार की निर्देशित जिम्मेदारियों के साथ-साथ व्यावसायिक उद्देश्यों को भी ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए तरीकों की खोज, पिछले वर्षों के राजस्व आंकड़ों की तुलना, और अन्य राज्यों के सफल रोडवेज उपक्रमों के प्रदर्शन का विश्लेषण करने का सुझाव भी दिया।
इसके अलावा, उन्होंने निगम के सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की आयु का विश्लेषण करने और कंडम हो चुकी बसों की स्थिति की जांच करने के निर्देश दिए।
रोडवेज के प्रबंध निदेशक श्री नथमल डिडेल ने बैठक में निगम के संरचना, कार्यकलाप, आय-व्यय, राज्य सरकार से प्राप्त वित्तीय सहायता, बसों की प्रति किलोमीटर लागत और विभिन्न श्रेणियों में दी जाने वाली रियायतों सहित 100 दिन की कार्य योजना की जानकारी दी।
इस अवसर पर रोडवेज की कार्यकारी निदेशक (प्रशासन/यातायात) श्रीमती अनीता मीना, वित्तीय सलाहकार श्री र
ामगोपाल, कार्यकारी निदेशक (यांत्रिक) श्री रवि सोनी सहित रोडवेज के अन्य उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे। इन सभी ने निगम के भविष्य के दिशा-निर्देशों पर चर्चा की और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रोडवेज की वर्तमान वित्तीय और परिचालन स्थिति का मूल्यांकन करना और निगम के समग्र सुधार के लिए दीर्घकालिक रणनीतियाँ विकसित करना था। इस संदर्भ में, श्रीमती गुहा के निर्देशों को निगम के उत्थान और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके इन प्रयासों से रोडवेज की सेवाओं में सुधार और अधिक दक्षता लाने की उम्मीद है।
रोडवेज की इस पहल को न केवल यात्री सेवाओं के लिए बल्कि राज्य के समग्र परिवहन तंत्र के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। बैठक में लिए गए निर्णयों का अनुपालन सभी संबंधित विभागों द्वारा किया जाएगा, जिससे रोडवेज की सेवाओं को और भी अधिक प्रभावी और ग्राहक-केंद्रित बनाया जा सकेगा।